Appendix Meaning in Hindi, Lakshan Aur Ilaj
Health | Posted by 365Doctor | 09-03-2022 | Comments
Appendix Meaning in Hindi, Lakshan Aur Ilaj- अपेंडिक्स का मतलब लक्षण और इलाज
अपेंडिक्स(What is appendix in hindi) हमारे शरीर में पाचन तंत्र का ही एक हिस्सा है जो कि हमारी आंत का टुकड़ा ही होता है यह छोटी और बड़ी आंत के बीच 4 इंच की एक पतली tube होती है जो छोटी और बड़ी आँत दोनों को जोड़े रखती है।
अपेंडिक्स की समस्या हमें खानपान की वजह से होती है दरअसल हमारा आज का भोजन और खानपान ऐसा हो गया है जिसमें जंक फूड बहुत अधिक मात्रा में हो जाते हैं तो जीभ का स्वाद ही हमको अपेंडिक्स की बीमारी तक लेकर जाता है। लंबे समय तक एसिडिटी और गैस की समस्या का होना या हमको लगातार पेट की समस्या होना ऐसे कारण हो जाते हैं तो हमारी आंत से संबंधित अपेंडिक्स में सूजन आ जाती है और वही दर्द का कारण बन जाता है।
आइए जानते हैं अपेंडिक्स के क्या क्या लक्षण (appendix symptoms in hindi) हो सकते हैं।
- यदि आपको अपेंडिक्स की समस्या हो रही है तो आपके पेट के दाहिने हिस्से में दर्द हो सकता है और यह दर्द तीक्ष्ण भी हो सकता है और कम भी हो सकता है।
- आपको उल्टी मतली तथा जी मिचलाने की समस्या भी हो सकती है और मुंह का स्वाद भी खराब रह सकता है।
- नाभि में दर्द की समस्या भी हो सकती है और नाभि के निचले हिस्से पर भी आपको लग सकता है कि कोई मीठा-मीठा सा दर्द आपको परेशान कर रहा है।
- आपको भूख कम लगती है और भूख लगती भी है तो भोजन में स्वाद नहीं आता और खाने में भी समस्या होती है और जो भोजन खाया गया है उसके पाचन में भी बहुत सारी समस्याएं आती है और आप का पाचन तंत्र खराब हो सकता है
- अब हम उसके इलाज के बारे में देखते हैं तो
- सर्वप्रथम आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए और वह आपको कुछ मेडिकल टेस्ट की सलाह दे सकते हैं या फिर वह आपको m.r.i. यानी मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग की सलाह दे सकते हैं M.R.I. एक ऐसा यंत्र होता है जिसमें पूरे बॉडी का स्कैन हो जाता है और जो भी बीमारी होती है वह समझ में आ जाती है ।
- डॉक्टर आपको अल्ट्रासाउंड के लिए भी कह सकते हैं और अल्ट्रासाउंड होने पर भी आपके पेट की समस्याएं सामने आ सकती हैं और उसका इलाज किया जा सकता है।
- डॉक्टर आपको C.B.C. यानी कंपलीट ब्लड काउंट भी करवाने के लिए कह सकते हैं और इसमें यदि आपका T.L.C. बढ़ा हुआ पाया जाता है तो भी यह समस्या को गंभीर कर सकती है।
हालांकि सर्जरी ही इसका एकमात्र समाधान माना जाता है और इसमें प्रभावित हिस्से को डॉक्टर काटकर हटा देते हैं हालांकि वर्तमान समय में नई-नई तकनीकों का विकास होने से और चिकित्सा शास्त्र में प्रगति होने की वजह से उसे एंटीबायोटिक दवाइयां भी मार्केट में आ गई हैं जो इसकी प्रारंभिक अवस्था में रहने पर इसको ठीक करने में कारगर मानी जाती हैं।
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