- Neurologist Near Me
- Nerve And Muscle Disorders
- Brain Doctor
- Paralysis
- नसों का दर्द
- बोलने में अंतर आना
- Brain Problem
- Neurologist Near Me
- Movement Disorder
- मस्तिष्क रोग
- Sleep Apnea
- Sleep Medicine
- Head-ache
- Sleep Disturbance
- Miracle Cure For Psp
- Parkinson Disease In Marathi
- पार्किंसंस चमत्कार इलाज
- Chronic Pain
- न्यूरोलॉजिस्ट
- Pain Medicine
- Polysomnography
- Repair Csf Rhinorrhea
- Vagus Nerve Stimulation ( Epilepsy )
- Electroconvulsive Therapy (ect)
- Stroke
- न्यूरोलोजी संबंधी बीमारियों में आमतौर पर बोलने में अंतर आना
- शारीरिक असंतुलन
- शरीर में अकड़न
- कमजोरी
- याददाश्त में कमी
- उठने
- बैठने चलने में परेशानी
- शरीर में कंपन
- मांसपेशियों का कठोर होना निगलने में कठिनाई आदि लक्षण पाए जाते हैं। न्यूरो संबंधी अधिकांश बीमारियों का निदान प्रारंभिक अवस्था में संभव है।
Arjun Ki Chaal Ke Fayde in Hindi
Health | Posted by 365Doctor | 18-02-2022 | Comments
Arjun Ki Chaal Ke Fayde in Hindi- अर्जुन की छाल के फायदे
अर्जुन का वृक्ष एक महत्वपूर्ण वृक्ष होता है जो बहुत सारे औषधीय गुणों से भरा होता है हम इसका प्रयोग अपने आयुर्वेद में बहुत सारे रोगों को मिटाने के लिए करते हैं अर्जुन एक ऐसा वृक्ष है जिसके पत्ते छाल जड़े इत्यादि सभी बहुत ही आयुर्वेदिक महत्व के माने जाते हैं आज हम इसी अर्जुन वृक्ष के पौधे से मिलने वाले फायदों के बारे में बातचीत कर रहे हैं कि इसके सेवन से हमें क्या क्या लाभ प्राप्त होते हैं और इनके सेवन से हम किन किन रोगों से दूर रह सकते हैं हमारी आज की चर्चा इसी बात पर आधारित है तो स्वागत और अभिवादन स्वीकार कीजिए हमारा और हमारी टीम का 365 Docters.in पर और हमारे लेख के साथ बने रहिए अंत तक।
Arjun ki Chaal Benefits in Hindi-
1-अर्जुन का वृक्ष एक महत्वपूर्ण वृक्ष माना जाता है जिस की प्रकृति शीतल होती है तो यदि आपको कहीं कटने या जलने का घाव हो जाता है तो भी हम अर्जुन की पत्तियों या इसकी छाल का प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि यह हमारे उस प्रभावित स्थान पर शीतलता प्रदान करता है और घाव को या जलने के स्थान को ठीक होने में मदद करता है।
2- हालांकि इसका स्वाद कसैला होता है फिर भी हमारे हृदय रोगों के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है हमारे हृदय की मांसपेशियों को इसके सेवन से बल मिलता है तथा हृदय की अन्य सभी हिस्सों को पोषण प्राप्त होता है इसकी वजह से हमारे हृदय की धड़कन सबल होती है और हृदय की मजबूती बनी रहती है।
3- अर्जुन को विषरोधी के तौर पर भी माना जाता है अर्थात यदि हम को कभी कोई ऐसा जानवर काट लेता है जो कि विषैला है तो भी हम अर्जुन की छाल को पीसकर उस स्थान पर रख देते हैं जिससे हमें काफी मदद मिलती है और यह एक कारगर उपाय सिद्ध होता है।
4-पाचन संबंधी विकारों के लिए भी अर्जुन की छाल और पत्तियों का प्रयोग बहुत अधिक किया जाता है तथा इसके प्रयोग से हमारे शरीर की पाचन क्रिया दुरुस्त रूप से चलती रहती हैं और हमारा मेटाबॉलिज्म भी सही रहता है एसिडिटी की समस्या नहीं होती तथा मल उत्सर्जन में भी मदद मिलती है।
5-रक्त संबंधी दोषों के लिए भी अर्जुन की छाल और पत्तियों का प्रयोग किया जा सकता है यह है हमारे शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है और हमारे शरीर से विषैले तत्वों को वृक्क के माध्यम से छानकर शरीर से बाहर निकाल देता है।
6- मोटापे जैसी समस्या के लिए भी हम अर्जुन के वृक्ष का प्रयोग कर सकते हैं यदि इसका प्रयोग दालचीनी के साथ मिलाकर किया जाए तो हमको मोटापे जैसी समस्या से भी राहत मिलती है।
7-इसके साथ-साथ डायबिटीज के रोगियों के लिए भी अर्जुन का वृक्ष एक रामबाण उपाय माना जाता है क्योंकि इसकी छाल के सेवन से डायबिटीज के रोगियों में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है और इंसुलिन का उत्पादन भी बराबर मात्रा में बना रहता है।
8- पेट के अल्सर के लिए भी अर्जुन के छाल का प्रयोग बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और अर्जुन की छाल के प्रयोग से पेट के अंदर जो घाव हो जाते हैं उन्हीं को अल्सर कहते हैं उनको वह भी काफी हद तक ठीक हो जाते हैं और सुख जाते हैं।
तो कैसा लगा हमारा आपको यह लेख हमको कमेंट के माध्यम से अवश्य बताइएगा मिलते हैं आपसे अपने अगले लेख में तब तक के लिए नमस्कार।
Comments
Be the first to post a comment