Asthama ke karan lakshan aur ilaj in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 11-03-2022 | Comments
Asthama ke Karan Lakshan Aur Ilaj in Hindi
अक्सर आपने ऐसे लोगों को देखा होगा जो बिना किसी कार्य करने के बाद भी बहुत जोर जोर से सांस लेने लगते हैं और उनको सांस तेजी से लेने के साथ-साथ खांसी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है क्या आपने सोचा है कि यह कौन सा रोग है( Asthma in hindi) एक्चुअल इसको हम अस्थमा बोलते हैं अस्थमा यानी दमा जिसमें आपकी श्वास नली यानी ब्रोंकाइटिस में सूजन आ जाने की वजह से आपकी श्वास नली अवरुद्ध हो जाती है और इस रोग में हम सांस लेने की समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं इसके साथ ही हम को खांसी की समस्या भी आने लगती है और गले में सांस लेने के साथ-साथ घरघराहट की समस्या भी होती रहती है इसके साथ ही रोगी को यह लगता है कि उसके गले में बलगम अटका हुआ है वह जोर-जोर से खास के उसको निकालने का प्रयास करता रहता है किंतु बलगम उसके गले से बाहर नहीं निकल पाता है तो उसको अत्यधिक तकलीफ होती है।
तो आइए आज अपने इस लेख में हम अस्थमा के रोग के बारे में जानने का प्रयास करेंगे कि हम इस रोग को किस प्रकार से उपचारित कर सकते हैं।
Allergy Asthama in Hindi-
1- अस्थमा कई प्रकार का होता है इनमें से जो सामान्य प्रकार होता है वह एलर्जीकल अस्थमा का होता है।
- किसी भी किसी व्यक्ति को एलर्जी के कारण वह चाहे जो भी हो किसी वस्तु से या सुगंध से या उसको एलर्जी हो उसकी वजह से उसको दमा की समस्या अस्थमा की समस्या हो सकती है तो ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए जैसे कि अगर किसी को सुगंध से एलर्जी है तो उसको ऐसे सुगंध चीजों से दूर रहना चाहिए जैसे कि किसी व्यक्ति को दूषित वायु से समस्या हो सकती है या फिर उसे ताजा पेंट से समस्या हो सकती है तो यदि ऐसी समस्या हो तो इन सब से बचना चाहिए।
2- अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग अवश्य अपने भोजन में करना चाहिए ।
3- कुल्थी तथा जौ का सेवन भी अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है ऐसे खाद्यान्न सांसों को नियंत्रित रखने का कार्य करते हैं।
4- अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को लहसुन अदरक काली मिर्च तथा हल्दी जैसे तत्वों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए क्योंकि यह एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर तत्व होते हैं और इनके सेवन से हमें अस्थमा जैसी रोग में बहुत ही लाभ मिलता है।
5- अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को गुनगुने पानी का सेवन अवश्य करना चाहिए और यदि गुनगुने पानी में शहद का थोड़ा सा सेवन किया जाए तो यह एक सोने पर सुहागा वाली जैसी बात हो सकती है इसलिए अस्थमा के रोगी गुनगुने पानी के साथ शहद का सेवन अवश्य करें।
6- इसके साथ ही अस्थमा के रोगियों को यह चाहिए कि यदि भी घर से बाहर जाते हैं तो अपने साथ मास्क अवश्य ले रहे हैं क्योंकि बाहर की धूल मिट्टी और प्रदूषण मुक्त युक्त वायु उनके फेफड़ों के लिए बहुत ही हानिकारक हो सकती है तो इसलिए उनको मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
7- हम अक्सर देखते हैं कि धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों को एक समय के बाद दमे की समस्या अवश्य हो जाती है तो यदि अगर आप धूम्रपान करते हैं तो आपको धूम्रपान का त्याग करना चाहिए और अगर आप धूम्रपान नहीं करते हैं तो ऐसे स्थानों पर आपको नहीं जाना चाहिए जहां पर धूम्रपान हो रहा हो अर्थात उससे बचना चाहिए।
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