Epilepsy Meaning in Hindi
Health | Posted by 365Doctor | 16-03-2022 | Comments
मिर्गी का दौरा कारण लक्षण और इलाज
मिर्गी का दौरा एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर होता है जो कि हमारे दिमाग से संबंधित होता है इसमें दिमाग में असामान्य तरंगे उठती रहती हैं और दिमाग में डिस्टरबेंस टाइप का होने लगता है जिसकी वजह से दौरे आने लगते हैं हमारा शरीर इनबैलेंस होकर लड़खड़ाने लगता है मुंह से झाग आने लगता है और शरीर असहाय होकर जमीन पर गिर जाता है तथा पैरों तथा मुह को रगड़ने लगता है।
Epilepsy Meaning in Hindi-
- यह एक गंभीर बीमारी है और इसीलिए भारत सरकार इसके लिए चिंतित रहती है जिसकी वजह से भारत में 17 नवंबर को राष्ट्रीय एपिलेप्सी डे यानी राष्ट्रीय मिर्गी दिवस का आयोजन किया जाता है यह एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें मानव अपने शरीर की सारी क्षमता ही खो देता है।
- यदि इसके कारणों के बारे में बात की जाए तो इसका कोई सही कारण पता नहीं लग पाता है कि कभी-कभी दिमागी चोट की वजह से भी हो सकता है जो कि बचपन में लगी होती है या फिर किसी गंभीर बीमारी की वजह से जैसे हृदय रोग तेज बुखार की वजह से भी हो सकता है। 35 साल के बाद की अवस्था में स्ट्रोक की वजह से भी यह समस्या हो सकती है क्योंकि जब स्ट्रोक होता है तो शरीर में खून की सप्लाई बंद हो जाती है और दौरे आने लगते हैं।
आइए देखते हैं इसके कुछ निम्न कारण।
Epilepsy ke Karan in Hindi
- ट्यूमर की वजह से।
- दिमाग में फोड़े की वजह से ।
- अल्जाइमर की वजह से।
- मेनिनजाइटिसकी वजह से।
- नशीली दवाओं के सेवन से।
- ब्रेन मेलइनफार्मेशन की वजह से ।
- न्यूरो डिसीज की वजह से ।
- तथा आनुवांशिक विकारों की वजह से भी मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं।
अब हम इस के इलाज के बारे में बात करते हैं तो क्योंकि यह नर्वस सिस्टम की गड़बड़ी होती है तथा यह तनाव तथा डिप्रेशन की वजह से भी हो सकती है इसलिए हमको तनाव डिप्रेशन नहीं लेना चाहिए।
विटामिन B6 की कमी से भी यह समस्या हो सकती है इसलिए हमको पायरिडोक्सिन सप्लीमेंट के तौर पर लेते रहना चाहिए।
गांजा यानी कि मारिजुआना हालांकि यह एक नशीली वस्तु है लेकिन इस रोग में गांजे का सेवन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है
अंगूर का सेवन इस रोग में लाभकारी माना जाता है इसलिए ऐसी बीमारी हो तो अंगूर का सेवन अवश्य करना चाहिए।
बकरी का दूध भी एक आयुर्वेदिक औषधि के तौर पर कामगीर माना जाता है और इसलिए बकरी के दूध का सेवन इस रोग में लाभकारी है।
कद्दू तथा प्याज का रस इस रोग में लाभकारी माना जाता है और इसका भी सेवन करना चाहिए।
हालांकि यदि दौरे क्रॉनिक नहीं है तो दवा और इलाज के द्वारा भी इसका इलाज संभव है और यह ठीक भी हो जाता है।
Comments
Be the first to post a comment