Green Cofee Pine Ke Fayde Evam Nuksan in Hindi
Health | Posted by 365Doctor | 01-03-2022 | Comments
Green Cofee Pine Ke Fayde Evam Nuksan in Hindi
ग्रीन कॉफी कहीं बाहर से नहीं आती है बल्कि अरेबिका कहवा के बीजों से ही बनाई जाती है जब काफी के बीच प्रारंभिक रूप से हरे रंग के ही होते हैं तो इन्हें भूनकर काला कर लिया जाता है जो सामान्य कॉफी होती और यदि इन को नहीं भूनते हैं तो यह सामान्यता हरे रंग के ही होते हैं और इन्हीं को हम ग्रीन कॉफी बोलते हैं।
तो आज के लेख में हम इसी विषय की चर्चा करने वाले हैं ग्रीन कॉफी के सेवन से हमें क्या क्या लाभ प्राप्त होते हैं और अधिक मात्रा में सेवन से इसके क्या-क्या नुकसान होते हैं या किन किन व्यक्तियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
तो स्वीकार कीजिए अभिवादन और अभिनंदन हमारा 365 doctor.in पर और बने रहे हमारे लेख के साथ अंत तक
Green Cofee ke Fayde-
1-आधुनिक शोधों के अनुसार ग्रीन कॉफी पीने से हमारे शरीर का वजन कम हो जाता है और उसका कारण होता है की इसमें क्लोरोजेनिक अम्ल पाया जाता है जो हमारे शरीर के मेटाबोलिज्म के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है और जब हमारा शरीर प्रॉपर तरीके से उपापचय क्रिया को संपादित करता रहता है तो हमारे शरीर में अनावश्यक चर्बी नहीं जमा होने पाती है और हमारा शरीर फैटी नहीं हो पाता है और वजन कम हो जाता है।
2-रक्त के दबाव का नियंत्रण भी ग्रीन कॉफी के सेवन से काफी नॉर्मल किया जा सकता है ऐसा शोधों में देखा गया है जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती है तो वह ग्रीन कॉफी का सेवन कर सकते हैं और इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर के नियंत्रण को को सुचारू रूप से चलाते रहते हैं।
3-हमारे शरीर में जो भी हम खाद्य पदार्थ खाते हैं उन में पाए जाने वाले विषैले तत्वों को छानकर किडनी बाहर को निकाल देती है किंतु जब इनका अर्थात विषैले तत्वों का सांद्रण बढ़ जाता है तो किडनी पर अत्यधिक दबाव लगता है और वह विषैले तत्वों को छानने में असमर्थ हो जाती है और इसी को किडनी फेल कहा जाता है किंतु ग्रीन कॉफी के सेवन से ऐसा देखा गया है कि ऐसी समस्या नहीं आती है और हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।
Green Cofee Ke Nuksan-
4- अब अगर हम ग्रीन कॉफी पीने के नुकसान के बारे में बात करें तो अत्यधिक मात्रा में हमें इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि अधिक मात्रा में लेने पर पेट के मेटाबॉलिज्म की समस्या भी आने लगती है अगर हम इसे नियंत्रित मात्रा में लेंगे तो उपापचय सही चलता है जिसकी वजह से फायदा होता है यदि हम अधिक मात्रा में लेते हैं तो हमारा उपापचायय खराब हो जाता है।
5-इसके साथ-साथ डायबिटीज के रोगी इसका सेवन ना करें तो ही अच्छा है क्योंकि यह उनके लिए और भी बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
6- इसमें कैफीन की मात्रा अधिक पाई जाने के कारण मेटाबॉलिक सिस्टम को खराब कर सकता है और पेट के अन्य रोगों को बढ़ावा दे सकता है।
7-बाउल सिंड्रोम जैसी समस्या भी इसके अधिक सेवन से हो सकती है बाउल सिंड्रोम मतलब पेट में विषैले तत्वों का जमा होना और उससे हमारे उपापचय का खराब होना और उसकी वजह से हमें नई नई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।
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