Hepetitis B in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 04-03-2022 | Comments
Hepetitis B in Hindi - हेपेटाइटिस बी क्या है इसके लक्षण बचाव के उपाय और सही इलाज
हेपिटाइटिस बी वायरस से होने वाला एक रोग है जो लीवर में संक्रमण होने की वजह से होता है यह केवल B प्रकार का ही नहीं होता है बल्कि A,B,C,D और E टाइप का हेपिटाइटिस भी होता है।
हालांकि बहुत सारे लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं वह इसे केवल लीवर संक्रमण के नाम से ही जानते हैं।
जबकि इस बीमारी की वजह से केवल भारत में प्रतिवर्ष 3000 लोगों की मृत्यु हो जाती है यह अत्याधिक संक्रामक रोग है जो रक्त आधान तरल पदार्थों के एक दूसरे के साथ खाने पीने से या फिर सेक्स की वजह से वीर्य मूत्र के आपस में संघटन से एक दूसरे में फैल जाता है ।
यदि इसके वायरस की बात करें तो एक B टाइप का वायरस होता है और इसका जीवनकाल शरीर से बाहर केवल 7 दिन का होता है।
आइए देखते हैं इसके कुछ लक्षण के बारे में यदि आपको नीचे नीचे लिखे गए निम्नलिखित लक्षण उत्पन्न होते हैं तो आप को समझना चाहिए कि आपको हेपिटाइटिस बी का संक्रमण हुआ है और आपको उसके लिए सिर्फ इलाज की जरूरत है
हेपेटाइटिस बी के लक्षण (Hepatitis B Symptoms in Hindi) कुछ महीनों तक स्पष्ट नहीं दिखते हैं। हालांकि, इसके कुछ आम लक्षणों में ये सभी शामिल हैं।
*थकान
*गहरे रंग का मूत्र आना
*जोड़ों में और मांसपेशियों में दर्द
*भूख में कमी होना
*बुखार
*पेट में परेशानी होना
*दुर्बलता
*जी मिचलाना
*उल्टी आना
*आंखों और त्वचा का पीला पड़ जाना
यदि आपको इनमें से लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो
आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाना चाहिए आइए अब देखते हैं इसके बचाव के क्या क्या सही इलाज माने जा सकते हैं।
टीकाकरण ही इसका एकमात्र (Vaccination of hepetitis B in hindi) बचाव माना जाता है क्योंकि यह एक संक्रामक बीमारी है इसलिए अब नवजात शिशु को बचपन में ही इनका टीकाकरण कर दिया जाता है जन्म के समय के साथ ही ताकि उनको भविष्य में हेपेटाइटिस बी जैसी संक्रामक बीमारी का सामना ना करना पड़े।
यदि किसी कारणवश बचपन में टीकाकरण नहीं हो पाया है तो बच्चे और किशोरों के लिए भी इसकी टीके का निर्माण हुआ है और वह इसको किशोरावस्था में भी लगवा सकते हैं।
वयस्कों के लिए टीके का निर्माण चल रहा था और संभवत इसका निर्माण हो गया है और यह टीका वयस्कों को लगने भी लगा है तो इसलिए अगर आपने इसका टीका नहीं लगाया है तो निश्चित रूप से आपको हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगाना चाहिए
इसका टीका बहुत महंगा नहीं होता है और यह सरकारी अस्पतालों में भी मुफ्त मैं लगाया जाता है।
डॉक्टर इसके इलाज के लिए हेपेटाइटिस बी सर्फेस एंटीजन टेस्ट करवाते हैं जो कि इसकी प्राथमिक जानकारी देता है कि आपको संक्रमण हुआ है या नहीं हुआ है।
द्वितीय स्तर पर हेपिटाइटिस बी को एंटीजन टेस्ट करवाया जाता है जिससे कि आपके कौन सा संक्रमण हुआ है इसका पता लगाया जाता है और उस हिसाब से इलाज शुरू किया जाता है।
तथा तृतीय का स्तर पर हेपिटाइटिस बी सरफेस एंटीबॉडी टेस्ट करवाया जाता है जो कि आपकी इम्यूनिटी और लीवर का फंक्शन टेस्ट करने के लिए किया जाता है कि आपके लीवर और फंक्शन की क्रियाविधि सुचारू रूप से चल रही है या नहीं और उसके बाद बीमारी और रोगी के आधार पर उसका इलाज किया जाता है।
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