Immunity Badhane Wale Yogasan in Hindi
Health | Posted by 365Doctor | 27-01-2022 | Comments
Immunity Badhane Wale Yogasan- इम्यूनिटी बढ़ाने वाले योगासन
कोविड-19 की वजह से हम एक शब्द का बहुत ज्यादा सुनने में इस्तेमाल पा रहे हैं वह है इम्यूनिटी
इम्यूनिटी शब्द का मतलब आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता के विकास से है
प्रतिरोधक क्षमता से तात्पर्य आपके शरीर में रोगाणुओं से लड़ने वाली ताकत के बारे में है अब बात यह आती है कि प्रतिरोधक क्षमता आती कहां से है और हमें इसके लिए क्या क्या प्रयास करने पड़ते हैं तो हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि यह 1 दिन में नहीं आती है और इसके लिए हम को भलीभांति से प्रयत्न करने पड़ते हैं जैसे हम को भोजन में अच्छी डाइट लेनी पड़ती है प्रोटींस और विटामिंस का सेवन करना पड़ता है कुछ विशेष तरह के व्यायाम एक्सरसाइज या योगासन भी करना पड़ता है और उसके बाद धीरे-धीरे यह है प्रतिरोधक क्षमता हमारे शरीर में संचित हो जाती है और हम रोगाणुओं से लड़ने में सक्षम हो पाते हैं
प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए आज हम इन्हीं में से एक ,योगासन के बारे में बात करने वाले हैं तो आइए आज अपने इस लेख के माध्यम से हम जानते हैं कि वह कौन कौन से योगासन हैं जिनके द्वारा हम अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं
1- कपालभाति एक ऐसा योगासन है जिसको नियमित रूप से करने पर हम अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं इसमें आपको योगासन करने के लिए सुखासन में बैठना होगा और नाक से हवा अंदर पेट तक ले जानी होगी और फिर वापस ले आनी होगी और यह प्रक्रिया हमें लगातार 10 मिनट तक करनी है और इसके बाद हम यह देखते हैं कि हमारा शरीर एक नई उर्जा से लवरेज हो चुका है
2- अनुलोम विलोम यह भी प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए एक अच्छा योग है इस क्रिया में हम अपनी एक नाक पर उंगली रख कर दूसरी उंगली से सांस अंदर की ओर लेकर जाते हैं और फिर दूसरी नाक पर उंगली रख कर दूसरी नाक से सांस बाहर को छोड़ते हैं इस क्रिया से स्वच्छ हवा हमारे फेफड़ों तक जाती है और जब हमारी फेफड़े स्वस्थ रहते हैं तो हमारी प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी रहती है
3- इसके अलावा एक और आसन आपके लिए अच्छा माना जा सकता है जिसका नाम है भुजंगासन इस आसन में आपको अपने शरीर को सर्प की आकृति में लाना पड़ता है और सांस अंदर खींचना पड़ता है और फिर बाहर छोड़ना पड़ता है इस आसन को करने से भी हमारी प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है
4- यदि हम चौथी आसन की बात करें तो इसका नाम सेतुबंध आसन है जिसमें हमें अपने शरीर को एक फूल की तरह बनाना पड़ता है और उसके साथ धीरे-धीरे श्वास अंदर तक ले जाकर बाहर की ओर छोड़ना होता है और इस क्रिया से भी हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है
5- इसके साथ-साथ आप बालासन हलासन सुखासन और शीर्षासन का प्रयोग भी कर सकते हैं इन लोगों का अभ्यास व इसका वीडियो देखने के लिए आप यू-ट्यूब जैसी साइट पर भी जा सकते हैं आप निश्चित मानिए कि इन योगासनों को अगर आप अपने अभ्यास में लाते हैं तो आप में एक नई ऊर्जा का संचार होगा और आपके अंदर प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही अधिक हो जाएगी अर्थात आप रोगों से लड़ने में सक्षम हो जाएंगे
हालांकि हमारी इस लेख में जो भी बातें कही गई हैं वह केवल सलाह मात्र है यदि आपको किसी विशेष समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आप किसी योग्य चिकित्सक का परामर्श अवश्य लें इसके साथ-साथ जिन व्यक्तियों को कमर दर्द या गांठ में दर्द की शिकायत है उन्हें भी इनमें से बहुत सारी योगासन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है तो हम आप को यही सलाह देंगे कि जिन योगासनों को करने में आपकी शरीर आपका साथ ना दे उसका प्रयोग बिल्कुल भी ना करें।
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