Motiyabind in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 03-03-2022 | Comments
जानिए मोतियाबिंद के बारे में Motiyabind in Hindi
मोतियाबिंद आंखों में होने वाली बीमारी है जिसकी वजह से किसी व्यक्ति को कम दिखाई देने लगता है उसे नजर वाला कोई भी कार्य करने में असुविधा महसूस होती है( Motiyabind in hindi) यदि केवल भारत की बात किया जाय तो प्रत्येक वर्ष के 2000000 नए मामले सामने आते हैं जबकि एक करोड़ के लगभग भारत में नेत्रहीन रहते हैं जिनमें से 62% की नेत्रहीन होने का कारण केवल मोतियाबिंद को माना जाता है हालांकि इन मामलों में वर्ष 2003 से कमी आई है तो इसका प्रमुख कारण कि जागरूकता का प्रसार हुआ है क्योंकि भारत ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में बहुत ही अधिक प्रगति की है और उसकी वजह से अत्याधुनिक तकनीकों के आगमन से भारत में मोतियाबिंद के अलावा अन्य दवाइयां उपलब्ध होने की वजह से इसके इलाज में मदद मिली है|
Motiyabind ke Lakshan in Hindi-
मोतियाबिंद क्यों होता है इसके कारणों के बारे में स्पष्ट रूप से पता नहीं है, लेकिन कुछ फैक्टर्स हैं जो मोतियाबिंद का रिस्क बढ़ा देते हैं।
*उम्र का बढ़ना
*डायबिटीज
*अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन
*सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक एक्सपोजर
मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास
*उच्च रक्तदाब
*मोटापा
*आंखों में चोट लगना या सूजन
*पहले हुई आंखों की सर्जरी
*कार्टिस्टेरॉइड मोडिकेशन का लंबे समय तक इस्तेमाल
*धुम्रपान
(Kya hai Motiyabind in hindi)-
दरअसल हमारी आंखों में एक लेंस पाया जाता है जिससे हम अपनी आंखों से देखते हैं तो लेंस फ़ोटो को ग्रहण करता है और उसका प्रतिबिंब का फोकस सीधे रेटिना पर जाकर बढ़ता है जो कि उल्टा वास्तविक रूप में होता है अब अब रेटीना इस फोटो को नर्व तरंग के रूप में मस्तिष्क को भेजता है और हमारे दिमाग में उस चित्र का पॉजिटिव या नकारात्मक रूप उभर कर सामने आ जाता है।
अब इसके बाद हम भी देखते हैं कि रेटीना पर स्पष्ट रूप से चित्र भेजने के लिए लेंस साफ होना चाहिए पर जब यही लेंस कभी किसी कारण से धूमिल हो जाता है तो हमें मोतियाबिंद की समस्या सामने आ जाती है और उसके बाद मनुष्य पढ़ने में देखने में या नजर का कोई कार्य करने में कार चलाने में असक्षम हो जाता हैं।
* अगर इसकी रोकथाम की बात की जाए तो-
हमें 40 वर्ष के बाद नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच कराते रहना चाहिए
*उसके साथ ही हमें धूप में बाहर जाने पर सनग्लास लगाना चाहिए क्योंकि सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी आंखों के लिए बहुत ही नुकसानदेह होती है।
* हमें अपना वजन सामान्य रखना चाहिए क्योंकि उसकी वजह से भी समस्याएं सामने आती हैं।
* हमको अच्छा भोजन खाना चाहिए जिसमें विटामिन ए की प्रधानता होनी चाहिए।
* और धूम्रपान तथा शराब जैसे व्यसनों से दूर रहना चाहिए।
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