Motor Neurons Bimari in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 01-04-2022 | Comments
Motor Neurons Bimari in Hindi
हमारे इस भौतिक शरीर में बहुत सारी ऐसी कोशिकाएं स्वतंत्र होते हैं जो हमारे शरीर को सुचारू रूप से संचालित करने का कार्य करते हैं किंतु जब तक इन कोशिकाओं में या तंत्रिकाओं में किसी प्रकार की कोई बीमारी या कोई समस्या हो जाती है तब यही संचालन गड़बड़ हो जाता है और हम बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं।
आज हम बात करने वाले हैं मोटर न्यूरॉन नामक एक ऐसे ही बीमारी के बारे में जो अति दुर्लभ दशा घातक रूप में पाई जाती है आइए जानते हैं मोटर न्यूरॉन बीमारी (Motor neuron in hindi) क्या है और इसके क्या क्या लक्षण हो सकते हैं और इसके इलाज के बारे में क्या-क्या प्रावधान किए जा सकते हैं।
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मोटर न्यूरॉन्स एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ की नसें और मस्तिष्क से नियंत्रण समाप्त होने लगता है तथा वे तंत्रिका कोशिकाएं जो सिग्नल भेजते हैं अर्थात जिन्हें मोटर न्यूरॉन्स तंत्र का एक भाग कहा जाता है वह तंत्रिकाए सिगनल भेजने में असमर्थ हो जाती है अर्थात कहने का मतलब यह है कि हमारे दिमाग से वे तंत्रिका कोशिकाएं जो पूरे शरीर को सिग्नल भेजने का कार्य करती है उन्हें मोटर न्यूरॉन्स कहा जाता है और जब कभी यह किसी समस्या से ग्रस्त हो जाती हैं तो यह सिग्नल भेजने में असमर्थ हो जाती हैं और उन्हें ही मोटर न्यूरॉन्स बीमारी कहा जाता है।
Motor Neurons in Hindi
- यह एक दुर्लभ एवं असाध्य रोग है अर्थात इसका कोई इलाज अभी तक पूर्ण रूप से नहीं पाया गया है यह घातक भी होती है और इसके लक्षण अधिकतम 5 वर्ष की अवस्था से दिखाई देने लगते हैं।
- ऐसा देखा जाता है जो 40 वर्ष के पश्चात पुरुष वर्ग इस बीमारी से अधिक प्रभावित हो जाते हैं और उनको काफी समस्याएं होने लगती हैं यह बीमारी तीन चरणों में होती है जिनमें तीसरा चरण सबसे घातक माना जाता है क्योंकि इस अवस्था में रोगी बिना किसी अन्य व्यक्ति की सहायता के चलने फिरने उठने बैठने में असमर्थ हो जाता है यह अवस्था पैरालिसिस के लगभग ही मानी जाती है जिसमें शरीर के लगभग लगभग सारे अंग कार्य करना बंद कर देते हैं।
- इस बीमारी में देखभाल बहुत ही आवश्यक मानी जाती है क्योंकि बिना देखभाल के रोगी अपने आप स्वयं कोई कार्य नहीं कर सकता है वह स्वयं की देखभाल करने में असमर्थ हो जाता है किंतु इसके बावजूद भी मोटर न्यूरॉन बीमारी से ग्रस्त मनुष्यों में मृत्यु लेवल बहुत अधिक मात्रा में देखा जाता है इसका एक प्रमुख कारण श्वसन समस्या का हो जाना है क्योंकि ऐसा देखा गया है कि इस बीमारी में तीसरे चरण आने के बाद श्वसन समस्या एक मुख्य समस्या के तौर पर सामने आती है जिसमें रोगी सांस लेने में असमर्थ हो जाता है।
- दरअसल मोटर न्यूरॉन मस्तिष्क से हमारे शरीर की मांसपेशियों तथा हड्डियों को संकेत भेजते हैं जिसकी वजह से हमारे शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां सुचारू रूप से कार्य करते रहते हैं और मस्तिष्क के आदेशों का पालन करते हैं किंतु जब मोटर न्यूरॉन्स बीमारी से यह सेल्स ग्रस्त हो जाते हैं तब यह मांसपेशियों तथा हड्डियां आदेश को सुचारू रूप से जान नहीं पाते हैं और वह अपना कार्य करने में असमर्थ हो जाते हैं।
- हालांकि यह बीमारी बहुत अधिक लोगों में नहीं पाई जाती है किंतु कम से कम 1% लोगों में यह बीमारी आनुवांशिक रूप से पाई जाती है और यह बीमारी उनसे पूर्व उनके पूर्वजों में अवश्य रही होती है तभी वे इस बीमारी से ग्रस्त हो पाते हैं।
- अभी तक मेडिकल साइंस में इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिल पाया है केवल आराम और अच्छा और स्वस्थ भोजन गतिशीलता उपकरण ही इसके उपचार के साधन माने जाते हैं।
- कैसा लगा आपको हमारे लिए हमको कमेंट के माध्यम से अवश्य अपने संदेश प्रेषित कीजिएगा आपके कमेंट हमारे लिए उत्साहवर्धन का कार्य करते हैं।
मिलते हैं आपसे अपने अगले लेख में तब तक के लिए नमस्कार।
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