Prostate cancer meaning in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 02-04-2022 | Comments
Prostate Cancer Meaning in Hindi- प्रोस्टेट कैंसर और इसके लक्षण
प्रोस्टेट ग्लैंड मूत्राशय के ठीक नीचे और मूत्र मार्ग को घेरे हुए ग्रंथि होते हैं यह धीरे-धीरे बढ़ते हैं और शरीर के अन्य भागों में भी फैल जाते हैं और जब यह बढने लगते हैं तो यही प्रोस्टेट कैंसर के कारण हो जाते हैं
प्रॉस्टेट ऐसी ग्रंथि होती है, जो मुख्य रूप से पुरूष के यूरिनरी ब्लैडर के पेनिस के बीच में मौजूद होती है। इस ग्रंथि का प्रमुख कार्य ऐसे द्रव्य पदार्थ का निर्माण करना है, जिसमें स्पर्म मौजूद होता है।
प्रॉस्टेटक्टोमी वह सर्जरी होती है, जिसमें प्रॉस्टेट ग्रंथि की समस्या का समाधान किया जाता है। जैसे-जैसे पुरूष की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे यह ग्रांथि भी बढ़ती है, जो मूत्रशाय पर दबाव डालती है।
इसके परिणामस्वरूप पुरूषों में प्रोस्टेट के बढ़ने की समस्या होती है और अगर सही समय पर इसका इलाज न कराया जाए तो यह समस्या कैंसर का रूप भी ले लेती है।
जिस पुरूष को यह समस्या होती है, उसे डॉक्टर प्रॉस्टेटक्टोमी सर्जरी कराने की सलाह देते हैं, जिसमें बड़ी हुई प्रॉस्टेट ग्रांथि को निकाला जाता है और प्रॉस्टेट की समस्या को ठीक किया जाता है।
प्रोस्टेट कैंसर के प्रमुख कारणों को देखने पर पता चलता है कि यह -
- मनुष्य को अधिक उम्र के कारण भी होते हैं अर्थात जब मानव की उम्र अधिक हो जाती है और वह उसके शरीर से हार्मोन तत्वों की कमी हो जाती है तब उसे इस तरह से प्रोस्टेट कैंसर होने के चांसेस बढ़ जाते हैं ।
- इसके साथ-साथ यह आनुवंशिक रूप से भी होता है यानी यदि यह आपके परिवार में आपके पिता या उसके उनसे पूर्व आपके दादा जी को इस तरह की समस्या थी तो यह समस्या अनुवांशिकी के रूप में चली आती है और उनकी संतत्तियों में भी लक्षित होती है।
- अनियमित दिनचर्या की वजह से भी प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ने में मदद मिलती है यानी कि यदि आपकी दिनचर्या अनियमित हो चुकी है और आपके ऊपर काम का दबाव ज्यादा है आपके भोजन और शयन का समय निर्धारित नहीं है आपके वर्कआउट का समय निर्धारित नहीं है तो भी इस तरह की समस्याओं को जन्म मिल जाता है।
- प्रोस्टेट कैंसर में मूत्र झिल्ली पर बार-बार दबाव जाता है जिसकी वजह से रोगी को बार बार पेशाब लगती है और उसे वॉशरूम जाना भी पड़ सकता है इसके साथ-साथ उस व्यक्ति को मूत्र त्याग में कठिनाई का सामना भी करना पड़ सकता है क्योंकि पेशाब रुक रुक कर थोड़ा थोड़ा और जलन के साथ आता है।
- इसके साथ-साथ मूत्र त्यागने में मूत्र के साथ रक्त भी बाहर आता है जो कि एक जटिल समस्या के रूप में सामने आता है इसके साथ-साथ श्रोणी में दर्द भी इसका एक प्रमुख लक्षण देखा जाता है
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