Stress meaning in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 02-04-2022 | Comments
Stress Meaning in Hindi
तनाव प्रत्येक मनुष्य की आम समस्या के रूप में सामने आता है यह परिस्थितियों और मना स्थिति के बीच में होने वाला एक द्वंद्व है जो मानव के मन स्थिति को एकदम जड़ बना देता है।
हालांकि इसे एक मानसिक विकार की संज्ञा भी दी जा सकती है परिस्थितियों एवं मना स्थिति के बीच असंतुलन होना ही तनाव का कारण बन जाता है हालांकि यह कई कारणों से होता है और सबके अपने-अपने अलग-अलग कारण होते हैं।
कहते हैं कि एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है किंतु स्वस्थ शरीर और मन दोनों का एक आंतरिक रिश्ता भी होता है क्योंकि जब मन स्वस्थ नहीं होगा तो निश्चित रूप से शरीर भी स्वस्थ नहीं होता है और इसकी वजह से एक मानव की कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है यह मानव के लिए एक द्वंद की तरह कार्य करता है और उसका मन अशांत अस्थिर और शरीर अस्वस्थ हो जाता है इससे मानव की कार्यक्षमता प्रभावित हो जाती है तथा शारीरिक एवं मानसिक विकास यात्रा में व्यवधान होने लगता है।
एक बार सुकरात से किसी ने पूछा था कि यदि कोई समस्या हो तो उसका समाधान कैसे निकाला जा सकता है तो सुकरात में इस बात का उत्तर देते हुए कहा कि यदि मुझे कोई प्रॉब्लम दी जाए तो मैं 95 फ़ीसदी समय उस प्रॉब्लम को समझने में लगाऊंगा और 5 फ़ीसदी समय उसके उत्तर को ढूंढने में लगा लूंगा कहने का मतलब यह है कि यदि आपको किसी बात से तनाव होता है तो आपको उसके कारण को जानना चाहिए कि यह किस कारण से हुआ है और उस कारण के मूल में जाकर उसके निदान को खोजने का प्रयास करना चाहिए।
दरअसल जब हम तनाव लेते हैं तो हमारे शरीर में Adrenaline नामक नाम का एक हार्मोन पाया जाता है जो हमारे शरीर में उत्तेजना के कारण को बढ़ावा देता है और शरीर में तनाव का कारण भी यही होता है और जब हम अधिक मात्रा में तनाव ग्रस्त हो जाते हैं तब यही एड्रीनलिन पूरे शरीर में दौड़ने लगता है और इसकी वजह से मानव शरीर में Stress का जन्म होता है जिसे हम हिंदी में तनाव करते हैं।
वैसे तो तनाव एक आम समस्या है लेकिन इसके बहुत सारे नुकसान भी हैं जैसे कि इसके प्रभाव से मानव का इम्यून सिस्टम यानी उसकी प्रतिरोध आत्म क्षमता कम हो जा जाती है तथा मनुष्य के हृदय को भी बहुत नुकसान पहुंचता है तथा उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है तथा मानव की उम्र कम हो जाती है और उसकी क्षमता भी प्रभावित हो जाती है।
यदि हम आंकड़ों की ओर देखते हैं तो हम पाते हैं कि कुल मानव प्रजाति में ¾ हिस्सा तनाव लेने में महिलाओं का योगदान होता है और जो से पुरुष रह जाते हैं उनमें से 3/4 पुरुष केवल तनाव की वजह से ही आत्महत्या कर लेते हैं।
और अब हम इस के कारणों को देखते हैं तो इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे अच्छे काम न मिल पाना ,बेरोजगारी के दंश को सहना ,धन के अभाव को सहना ,अलगाववाद या एकाकी जीवन के रूप में जीना, इत्यादि बहुत सारे कारण ऐसे हो सकते हैं जो किसी भी व्यक्ति को तरह Stress कर सकते हैं।
हालांकि तनाव एक आम समस्या होने के साथ-साथ एक गंभीर समस्या भी है और यदि आपको इससे कभी दो-चार होना पड़ा हो तो निश्चित रूप से आपको किसी अच्छे मनोचिकित्सक से अवश्य मिलना चाहिए और उसकी सलाह के अनुसार ही आपको अपने कार्य करना चाहिए और उसके हिसाब से दवाओं का सेवन भी करना चाहिए।
Comments
Be the first to post a comment