Swine Flu in Hindi
Health | Posted by 365Doctor | 06-03-2022 | Comments
Swine Flu in Hindi
स्वाइन फ्लू एक वायरस होता है जिसे हम h1 n1 नाम से जानते हैं यह मुख्यतया सूअरों के स्वास नली में होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्यों के आसपास रहने से मनुष्यों में भी फैल जाती है या फिर सूअर का मांस यानी पोर्क खाने पर भी यह वायरस मनुष्यों में फैल जाता है और एक संक्रमण का रूप ले लेता है जिसकी वजह से मनुष्य के अंदर भूख में कमी सांस लेने में तकलीफ मन में बेचैनी इत्यादि समस्याएं हो जाती हैं।
तो आज हम इस लेख में जानने वाले हैं स्वाइन फ्लू के बारे में कि स्वाइन फ्लू क्या होता है और इसके कारण लक्षण एवं इलाज क्या क्या होते हैं।
Swine flu ke karan in Hindi
स्वाइन फ्लू एक वायरस है H1N1 आमतौर पर इसे मौसमी इनफ्लुएंजा कहा जाता है।
यदि मनुष्य इससे संक्रमित हो जाता है तो उसकी नाक से पानी बहने लगता है और उसको सांस लेने में भी तकलीफ होती है और इसके साथ-साथ आपको साइनस जैसी समस्या का भी अनुभव हो सकता है।
गले में खराश तथा बलगम जैसी समस्याएं भी आपको इस रोग में देखने को मिल सकती हैं।
इसके अलावा आपको सर्दी खांसी तेज बुखार उल्टी दस्त जैसी समस्याएं इस रोग में आपको ग्रस्त कर सकती हैं।
इसका संक्रमण रोगी व्यक्ति के खांसने से छींकने से निकली हुई द्रवित बूंदों से लोगों को प्रभावित कर सकता है और लोग इसकी वजह से संक्रमित हो सकते हैं।
कारण के साथ-साथ अगर हम इसके इलाज पर गौर करें तो हमें क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए आइए देखते हैं।
Swine Flu ke ilaj in Hindi
जब भी ऐसे संक्रमित व्यक्ति खांसते या छींकते हैं तो उन्हें अपने मुंह पर रुमाल लगा लेना चाहिए या फिर उन्हें मास्क का प्रयोग करना चाहिए।
उबले हुए पानी का सेवन करना चाहिए जिससे कि उस पानी में संक्रमण या वायरस के अन्य कोई कारण ना रह पाए।
विशिष्ट आयुर्वेद पेय यानी काढा पियें, इसके लिए आपको हल्दी पाउडर काली मिर्च तुलसी के पत्ते और गिलोय आदि का उपयोग करना चाहिए क्योंकि यह इस संक्रमण में एक कारगर उपाय माना जाता है और संक्रमण को खत्म करने में मदद करता है।
कपूर इलायची तथा लॉन्ग आदि पदार्थों का मिश्रण बनाकर उनको रुमाल की एक पोटली में बांधकर सूंघने से भी इस रोग में मदद मिलती है और संक्रमण को खत्म करने में भी मदद मिलती है।
इसके साथ-साथ वर्तमान में वैज्ञानिकों ने एच वन एन वन का टीका भी विकसित कर लिया है और अब इसका टीकाकरण भी होने लगा है इससे भी इस वायरस से बचाव का एक रास्ता निकल कर सामने आता है।
एक बात आपको और ध्यान देनी है यदि आप इस H1 N1 वायरस से ग्रस्त हैं तो आपको Pork यानी सूअर के मांस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इस संक्रमण का जन्म सूअरों उनकी वजह से ही माना जाता है।
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