Symptoms and treatment of schizophrenia in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 01-04-2022 | Comments
सिजोफ्रेनिया के कारण लक्षण और इलाज
सिजोफ्रेनिया एक तरह का मानसिक रोग होता है जो किसी भी व्यक्ति को hallucination में डाल देता है और इससे भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है ऐसा आदमी वास्तविक दुनिया में न रहकर काल्पनिक दुनिया में खो जाता है यह एक दुर्लभ स्थिति वाला रोग है जो बहुत ही कम मनुष्यों में पाया जाता है यदि इनके आंकड़ों को देखते हैं तो schizophrenia in hindi से प्रभावित होने वाले व्यक्तियों के आंकड़े परेशान करने वाले हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक इससे प्रभावित व्यक्तियों की संख्या पूरे विश्व में करीब 2000000 के लगभग है जो इस रोग से ग्रस्त हैं हालांकि यह एक क्रॉनिक मानसिक बीमारी है जो काफी समय से इस से प्रभावित होने के बाद ही होती है हालांकि यह मनोरोगी हिंसक नहीं होते हैं और ना ही खतरनाक होते हैं किंतु यदि ऐसे मनो रोगियों का सही उपचार तथा सही देखभाल न की जाए या ऐसे उपचार में कमी की जाए तो ऐसी स्थिति रोग को बढ़ाने का कार्य करती है और इससे स्थिति काफी गंभीर हो जाती है।
सिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है इसमें कुछ कुछ देर के अंतराल पर दौरे आते हैं जिसमें व्यक्ति का शरीर जमीन पर गिर जाता है और मुंह से कुछ झाग भी निकलने लगता है तथा वह अपने शरीर से नियंत्रण खो देता है हालांकि कुछ देर के बाद वह सामान्य स्थिति में आ जाता है किंतु यह इस रोग का कोई इलाज नहीं माना जा सकता है।
प्रभावित व्यक्ति को अच्छा समर्थन अच्छी देखभाल थेरेपी तथा उपचार के द्वारा व्यक्ति के मनोरोग में कुछ सुधार लाया जा सकता है इसमें प्रभावित व्यक्तियों को कुछ बुरे सपने भी आते हैं जिनकी वजह से वह और भी ज्यादा डिस्टर्ब रहने लगता है।
सिजोफ्रेनियासे ग्रस्त रोगियों के लक्षण
- देखने सुनने का था महसूस करने में समस्या
- भ्रम पैदा होना तथा अजीब अजीब चीजें दिखाई देना
- मन ही मन में कहीं खो जाना और कल्पना लोक की स्थिति में रहना
- लोगों से खुद को अलग-थलग रखना
जीवन में रुचि कम दिखाना अर्थात बहुत ज्यादा जीवन उपयोगी चीजों से दूर रहना और ऐसे रहना कि जैसे जीवन जीने में बहुत रुचि नहीं है
शारीरिक रूप से निष्क्रिय होना अर्थात कोई कार्य न कर पाना
- हालांकि सिजोफ्रेनिया से ग्रस्त लोगों में इससे और भी कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं यह डॉक्टर रोग और रोगी के लक्षण के आधार पर निर्धारित करके और उसके अनुसार से इसका इलाज किया जाता है।
- अब हम schizophrenia के इलाज के बारे में बात करते हैं तो इसका इलाज शुरुआत में ही कर लेना चाहिए और इसका इलाज काफी लंबे समय तक चलता है इसलिए जब भी इसके लक्षण प्रदर्शित होने लगे तभी इसके इलाज के बारे में शुरुआत कर देनी चाहिए
- इतने प्रभावित व्यक्ति को अपने जीवन शैली में बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए और कुछ न कुछ सार्थक और क्रिएटिविटी दिखाती रहनी चाहिए।
- सिजोफ्रेनिया से प्रभावित लोगों को सामाजिक सपोर्ट भी बहुत जरूरी होता है और ऐसे लोगों को सोशल सपोर्ट भी मिलना चाहिए और लोगों को उनका मजाक नहीं बनाना चाहिए।
- कम तनाव लेना भी इस रोग में बहुत ही महत्वपूर्ण कदम हो सकता है क्योंकि तनाव लेने से आपको और भी मानसिक रूप से यह रोग परेशान कर सकता है और आप की बीमारी गंभीर हो सकती है।
- इससे प्रभावित व्यक्तियों को चाहिए कि वह नियमित रूप से व्यायाम योग एक्सरसाइज करते रहे और इसको अपनी डेली रूटीन में शामिल करें।
- पर्याप्त नींद भी इस रोग में बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि यदि आप कम सोते हैं तो आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं और आपके शरीर को उतनी एनर्जी नहीं मिल पाती है जबकि यदि आप पूर्ण रुप से पर्याप्त नींद लेते हैं तो आपका दिमाग भी स्थिर होता है और आपको और सीजोफ्रेनिया में भी काफी मदद करता है।
- इसके साथ-साथ को protein तथा विटामिन युक्त हेल्थी भोजन इस रोग को कम करने में काफी मदद करता है और ऐसे लोगों को हेल्दी भोजन और विटामिन प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- तो यह थे हमारी आज के लेख में सिजोफ्रेनिया के बारे में कुछ अद्भुत जानकारी मिलते हैं आपसे अपने अगले लेख में तब तक के लिए नमस्कार।
Comments
Be the first to post a comment