The miracles uses of Neem in hindi
Health | Posted by 365Doctor | 11-03-2022 | Comments
The Miracles Uses of Neem in Hindi
हमारी समृद्ध आयुर्वेद में बहुत सारे पेड़ पौधों को भी महत्व दिया गया है और इन्हीं पेड़ों में एक वृक्ष का नाम आता है नीम जो कि हमारे आयुर्वेद में इसकी बहुत चर्चा की गई है कि नीम एक प्राकृतिक रक्तशोधक( Neem ke labh in hindi) के रूप में सामने आता है इसमें एंटीवायरल एंटीबैक्टीरियल तथा एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं यह एक चमत्कारिक पेड़ होता है जिसकी तने पत्तियां बीज एवं छाल सभी प्रयोग में लाए जाते हैं जो कि आयुर्वेदिक रुप से बड़े ही लाभकारी होते हैं गांव में तो आज तक इन वृक्षों की टहनियों से दातुन बनाया जाता है और उनसे दांतो को साफ किया जाता है इनका प्रयोग दवा बनाने में किया जाता है यह कड़वी होती है इनका स्वाद बहुत अच्छा नहीं होता है किंतु फायदेमंद बहुत होती हैं तथा इनके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता हमारी बहुत अधिक मात्रा में बढ़ जाती है तो आइए देखते हैं कि नीम की पत्तियों के प्रयोग से हमें क्या क्या लाभ प्राप्त होते हैं जो निम्न हैं।
Benefits of Neem Tree in Hindi
- नीम की पत्तियों के सेवन से हमारे कील मुंहासे जो हमारे चेहरे पर हो जाते हैं उनका निदान हो जाता है और वह है होंने बंद हो जाते हैं।
- कुष्ठ रोग के लिए भी नीम का पौधा बहुत लाभकारी माना जाता है यदि कुष्ठ रोग में नीम के पत्तों को खाया जाए और उन का पेस्ट बनाकर प्रभावित स्थान पर उसका लेपन किया जाए तो कुष्ठ रोग में बहुत लाभ मिलता है।
- नेत्र विकार होने पर भी नीम के पत्तों का रस आंखों में डालने पर तथा पत्तों को चबाने पर बड़ा लाभ मिलता है।
- यदि आपको कहीं घाव हो जाता है और आप घाव को साफ करने के लिए आपके पास कोई क्रीम या एलोपैथिक दवा नहीं है तो नीम के पत्तों को उबालकर उसके पानी से आप अपने घाव को धो सकते हैं और यह निश्चित रूप से उसे कीटाणु मुक्त बना देता है।
- सुबह बासी मुह चार से पांच नीम की पत्तियों को चबाने पर आपके आंतों के कीड़े मर जाते हैं और आपके आंत स्वच्छ हो जाती है तथा आपके पेट के विकार भी सही हो जाते हैं।
- त्वचा के अल्सर के लिए नीम का सेवन बहुत ही लाभकारी माना जाता है अर्थात यदि हम नीम की छाल को किसी पत्थर पर रगड़ कर उससे निकलने वाले रस को अल्सर पर लगाते हैं तो यह उसके लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है।
- नीम की पत्तियों को बासी मुह चबाने पर हृदय से संबंधित सारे रोग समाप्त हो जाते हैं और हमें बैड कोलेस्ट्रॉल को हटाने में भी इससे मदद मिलती है।
- बुखार होने पर नीम की पत्तियों का काढ़ा भी इसमें बड़ा फायदेमंद माना जाता है और बुखार को शांत करने में मदद मिलती है।
- मधुमेह जैसी बीमारी में भी नीम का प्रयोग बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और इससे मधुमेह में शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है ।
- इसके साथ-साथ मसूड़ों और दांतों के संबंधी बीमारी में भी नीम के पत्तों का बड़ा योगदान है यह हमारे मुख में उपस्थित कैविटीज और कीटाणुओं को हटाने में बड़े ही कारगर सिद्ध होते हैं।
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