swelling in hindi
Medicine in Hindi | Posted by 365Doctor | 26-07-2023 | Comments
सूजन: लक्षण,कारण,उपचार इत्यादि (swelling in hindi)
सूजन एक समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है।
इसी कारण, लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अक्सर परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।
हालांकि, सूजन कुछ समय के बाद स्वयं ही ठीक हो जाती है, लेकिन जब यह लंबे समय तक रह जाती है, तो यह चिंता का विषय बन जाती है।क्या आप भी सूजन को एक गंभीरता से नहीं लेते हैं, तो आपको इस लेख को ज़रूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इसमें हमने इससे संबंधित आवश्यक जानकारी दी है, जो आपके इस समस्या की प्रति रवैया को काफी हद तक बदल देगी।
सूजन क्या है? (what is swelling? in hindi)
सूजन के तात्पर्य मानव शरीर के किसी अंग के फूलना है।
ऐसा मुख्य रूप से उस अंग पर अंदरूनी या बाहरी चोट लगने का नतीजा होता है। ऐसे मेडिकल भाषा में एडेमा (edema) कहा जाता है, जिसे ठीक करने के लिए भरपूर इलाज की जरूरत पड़ती है।
सूजन के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of swelling in hindi)
Swelling on foot in hindi
अक्सर, सूजन खुद ही ठीक हो जाती है, इसके अलावा, इसके लक्षणों को नज़र आना भी जरूरी नहीं होता है।
चूंकि, सूजन अंदरूनी या बाहरी चोट का नतीजा हो सकती है, इसलिए उनके लक्षण भी अलग-अलग तरह के होते हैं।
इन्हें पहचानना किसी भी व्यक्ति के लिए सरल नहीं होता है, जिसकी वजह से उसे अन्य परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
इस प्रकार, यदि किसी व्यक्ति को अपने शरीर में ये 5 लक्षण नज़र आए तो उसे इन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि ये सूजन के संकेत हो सकते हैं-
खुजली होना- सूजन का प्रमुख लक्षण खुजली होना है।
हो सकता है कि कुछ लोग इसे सामान्य चीज़ समझें, लेकिन उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह पर किसी भी नतीजे पर नहीं पहुँचना चाहिए क्योंकि खुजली सूजन का संकेत हो सकता है।
उल्टी आना- अक्सर, कुछ लोगों के शरीर में सूजन की शुरूआत उल्टी से होती है।
हालांकि, कुछ लोगों के लिए इस पर विश्वास करना मुश्किल हो सकता है, मगर ऐसे काफी सारे मामले देखने को मिलते हैं।
इसी कारण, किसी भी व्यक्ति को उल्टी को नज़रअंदाज़ नहीं करना है बल्कि इसके वास्तविक कारण की जांच डॉक्टर से करानी चाहिए।
पेट फूलना- यदि किसी व्यक्ति का पेट अचानक से फूल जाता है, तो उसे इसकी सूचना अपने डॉक्टर को देनी चाहिए क्योंकि यह सूजन का लक्षण हो सकता है।
चोट लगने वाले हिस्से में दर्द होना- सूजन होने की संभावना ऐसी स्थिति में भी होती है, जब किसी व्यक्ति को चोट लगने वाले हिस्से में दर्द होता है।
इसके अलावा, चोट लगने पर वह हिस्सा नीला भी पड़ सकता है, जिसका परिणाम सूजन हो सकती है।
स्कीन में खींचाव होना- सूजन का अन्य लक्षण स्कीन में खींचाव होना भी है।
ऐसी स्थिति में लोगों को मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ सकती है, ताकि इस स्थिति को कंट्रोल किया जा सके।
सूजन के कारण क्या हैं? (causes of swelling in hindi)
सूजन की समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, जिसके काफी सारे कारण हो सकते हैं।
इसी वजह से इसके किसी एक कारण का पता लगाना काफी मुश्किल होता है, लेकिन इसके बावजूद इस समस्या पर किए गए अध्ययनों से स्पष्ट है कि सूजन के संभावित कारण निम्नलिखित हैं-
कीड़े का काटना- सूजन होने का प्रमुख कारण कीड़े का काटना है। ऐसा मुख्य रूप से मधुमक्खी या अन्य कीड़े के काटने से हो सकता है।
ऐसी स्थिति में तुरंत इलाज करने की जरूरत पड़ती है ताकि यह स्थिति अधिक न बढ़े।
फूंसी होना- सूजन होने का अन्य कारण फूंसी होना भी है।
हालांकि, यह स्थिति कुछ समय के बाद स्वयं ही ठीक हो जाती है, लेकिन फिर भी फुंसी पीड़ित लोगों को किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
त्वचा संबंधी समस्या होना– यदि किसी व्यक्ति को त्वचा संबंधी कोई समस्या है, तो उसे सूजन होने की संभावना काफी अधिक रहती है।
ऐसे लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए और स्वास्थ संबंधी किसी भी तरह की परेशानी होने पर उसकी सूचना डॉक्टर को देनी चाहिए।
चोट लगना- कई बार,सूजन चोट लगने का परिणाम हो सकती है।
ऐसी स्थिति में सही इलाज की जरूरत पड़ सकती है, ताकि यह स्थिति अधिक न बढ़े।
गर्भवती होना- अक्सर, गर्भवती महिलाओं के शरीर में भी सूजन हो सकती है।
हालांकि, यह कुछ दवाइयों का सेवन करने से ठीक हो जाती है, लेकिन इसके बावजूद गर्भवती महिलाओं को अपनी सेहत का भरपूर ध्यान रखना चाहिए।
सूजन का पता कैसे लगाएँ? (How to diagnose swelling?in hindi)
ऐसा माना जाता है कि स्वास्थ संबंधी किसी समस्या की पहचान समय रहते कर ली जाए तो उसे बेहतर तरीके से ठीक किया जा सकता है।
यह बात सूजन पर भी लागू होती है, जिसके ठीक होने पर इसकी समय रहते पहचान करना होती है।
इस प्रकार, सूजन को मुख्य रूप से इन 5 तरीके से की जा सकती है-
दर्द वाले हिस्से को दबाकर देखना- सूजन का पता लगाने का सबसे आसान तरीका दर्द वाले हिस्से को दबाना है।
ऐसा करने पर यदि व्यक्ति को दर्द महसूस हो तो यह सूजन का संकेत होता है।
सी.टी.स्केन करना- सूजन की पहचान सी.टी. स्कैन के द्वारा भी की जा सकती है।
अल्ट्रासाउंड कराना- अक्सर,डॉक्टर किसी व्यक्ति के शरीर में सूजन का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड का भी सहारा लेते हैं।
एक्स.रे कराना- यदि किसी व्यक्ति के शरीर में अंदरूनी चोट लग जाती है, तो ऐसी स्थिति में एक्स.रे किया जाता है।
एक्स.रे इस बात का पता लगाया जाता है कि शरीर के किस हिस्से में चोट लगी है।
मेडिकल हिस्ट्री की जांच करना- कई बार, सूजन किसी अन्य बीमारी का नतीजा भी हो सकता है।
ऐसी स्थिति में डॉक्टर व्यक्ति की मेडिकल हिस्ट्री की जांच करते हैं, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि उसे कोई अन्य बीमारी तो नहीं।
सूजन को कैसे ठीक किया जा सकता है? (Treatment of swelling in hindi)
जैसे ही किसी शख्स के शरीर में सूजन का पता चलता है, वैसे ही डॉक्टर को उसे ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए।
ऐसा करने से इससे पीड़ित व्यक्ति को दर्द से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ उसे सूजन से होने वाले संभावित जोखिमों से भी बचाया जा सकता है।
अत: सूजन का इलाज निम्नलिखित तरीके से किया जा सकता है-
घरेलू नुस्खे को अपनाना- सूजन का इलाज करने का सबसे आसान तरीका घरेलू नुस्खे को अपनाना है।
ऐसी स्थिति में, सिकाई करना या फिर पट्टी बांधना इत्यादि कारगर उपाय साबित हो सकते हैं।
दवाई लेना- चूंकि, सूजन होने पर लोगों को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है।
इसी कारण, डॉक्टर ऐसे लोगों को दर्द निवारक दवाइयां देते हैं, ताकि इस दर्द को कम किया जा सके।
स्प्रे का इस्तेमाल करना- अक्सर, सूजन को कम करने में स्प्रे भी लाभकारी साबित हो सकती है।
अत: सूजन का इलाज स्प्रे के द्वारा भी संभव है।
मसाज कराना- कई बार, डॉक्टर सूजन से पीड़ित लोगों को मसाज कराने की भी सलाह देते हैं।
ऐसा करने से सूजन के कम होने और व्यक्ति के ठीक होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
कीमोथेरेपी कराना- जब सूजन का इलाज किसी अन्य तरीके से नहीं हो पाता है, तब डॉक्टर थेरेपी का सहारा लेते हैं।
इनमें कीमोथेरेपी शामिल हैं, जो सूजन को जड़ से खत्म करने का काम करती है।
सूजन के साइड-इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं? (Side-effects of swelling in hindi)
हालांकि, लोग सूजन को सामान्य समस्या समझते हैं क्योंकि यह कुछ दिनों के बाद खुद ही ठीक हो जाती है।
इसके बावजूद, कुछ लोगों के लिए सूजन की वजह से काफी सारी परेशानियों से जूझना पड़ता है।
अत: सूजन का इलाज कुछ समय तक ठीक न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है, जिसकी वजह से इससे पीड़ित लोगों को इन 5 साइड-इफेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है-
दर्द का बढ़ना- सूजन का प्रमुख साइड-इफेक्ट्स दर्द का बढ़ना है।
चूंकि,सूजन की शुरूआत दर्द से होती है इसलिए इसका इलाज न करने पर यह दर्द असहनीय स्थिति तक पहुंच सकता है।
चलने में तकलीफ़ होना- जब सूजन का दर्द काफी हद तक बढ़ जाता है, तब इसका असर व्यक्ति के चलने फिरने की क्षमता पर भी पड़ सकता है।
इसी कारण, उसे चलने फिरने में परेशानी हो सकती है।
अकड़न होना- अक्सर, ऐसा देखा गया है कि सूजन के लंबे समय तक लाइलाज रहने पर यह अकड़न का रूप ले लेती है।
सूजन वाले हिस्से में संक्रमण का खतरा बढ़ना- कई बार, सूजन संक्रमण के खतरे को भी बढ़ा सकता है।
इसी कारण, सूजन से पीड़ित लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि शरीर के किसी अंग में संक्रमण से बढ़ने से उस अंग को काटना पड़ सकता है।
खून के प्रवाह का कम होना- सूजन का गंभीर रूप खून के प्रवाह का कम होना है।
ऐसी स्थिति में मेडिकल सहायता लेना ही एकमात्र विकल्प बचता है।
सूजन होने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (How to prevent swelling? In hindi)
सूजन के ठीक होना मुख्य रूप से इसमें उठाने वाली सावधानियों पर निर्भर करता है।
ऐसा करने से सूजन के संभावित खतरों को कम करने के साथ-साथ इससे पीड़ित लोगों को दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायता मिलती है।
इस प्रकार, यदि कोई व्यक्ति सूजन से पीड़ित है, तो उसे इन 5 बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि ये उसे इससे छुटकारा दिलाने में सहायता कर सकती हैं-
सूजन वाले पैर को ज्यादातर देर तक लटकाकर न बैठना- यदि किसी व्यक्ति के पैर में सूजन है, तो उसे पैर को अधिक समय तक लटकाकर नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उसके सुन्न होने की संभावना बढ़ सकती है।
भोजन में नमक की मात्रा को कम करना- सूजन के दौरान लोगों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
ऐसी स्थिति में उन्हें अपने भोजन में नमक की मात्रा को कम रखना चाहिए क्योंकि अधिक मात्रा में नमक लेना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
नियमित रूप से एक्सराइज़ करना- सूजन को कम करने का सबसे बेहतरीन तरीका एक्सराइज़ कराना है, लेकिन इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा करना- अक्सर, सूजन में लोगों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
ऐसी स्थिति में इससे पीड़ित लोगों को तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए ताकि उन्हें इस समस्या का सामना न करना पड़े।
डॉक्टर के संपर्क में रहना- यह सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है, जिसका पालन सूजन से पीड़ित सभी लोगों को करना चाहिए।
उन्हें तब तक डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए जब तक वे उन्हें पूरी तरह से सेहतमंद घोषित न कर दें।
अक्सर, आपने सुना होगा कि कोई बीमारी छोटी नहीं होती है।
यदि उसका इलाज सही तरीके या फिर समय रहते न किया जाए तो कुछ समय के बाद अन्य जोखिमों का कारण बन सकती है।
यह बात सूजन पर सटीक बैठती है क्योंकि ऐसे मामले देखने को मिलते हैं, जिनमें लोगों को सूजन का इलाज न कराने की वजह गंभीर साइड-इफेक्ट्स का सामना करना पड़ता है।
इस प्रकार, हम सभी लोगों के लिए यही समझदारी की बात है कि हम सूजन को नज़रअंदाज़ न करें बल्कि उसका इलाज जल्द से जल्द शुरू कराएं।
इसके अलावा, ऐसे कुछ लोग हैं, जिन्हें इसकी पूरी जानकारी न होने के कारण इससे छुटकारा नहीं पा पाते हैं।
इस प्रकार, हमें उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद ऐसे लोगों को सूजन संबंधी आवश्यक जानकारी मिली होगी और वे भविष्य में इसका इलाज सही तरीके से करा पाएंगे।
सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’S)
Q1. शरीर में सूजन होने के कारण क्या हैं?
Ans- शरीर में सूजन मुख्य रूप से चोट, प्रेग्नेंसी, इंफेक्शन, स्वास्थ संबंधी समस्या इत्यादि की वजह से हो सकती है।
Q2. सूजन को कम कैसे किया जा सकता है?
Ans- सूजन को कम करने के लिए आराम करना, बर्फ के टुकड़े से सिकाई करना, खान-पान में बदलाव करना इत्यादि कारगर उपाय साबित हो सकते हैं।
Q3. पैर की सूजन को कैसे ठीक किया जा सकता है?
Ans- पैर की सूजन को ठीक करने के लिए पैर को ठंडे पीने में सेकना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, पैरों को आराम करना इत्यादि तरीके को किया जा सकता है।
Q4. क्या पैर की सूजन खतरनाक रूप ले सकती है?
Ans- आमतौर पर, पैर की सूजन कुछ समय में ही ठीक हो जाती है, जिसकी वजह से इसके कोई साइड-इफेक्ट्स नहीं होते हैं।
इसके बावजूद, जब यह लंबे समय तक रहती है तो यह संक्रमण जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
Q5. क्या कम मात्रा में पानी पीने से सूजन हो सकती है?
Ans- सूजन के ज्यादातर मामले ऐसे लोगों में देखने को मिलते हैं, जो पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं।
इस प्रकार, कम मात्रा में पानी पीना सूजन का कारण बन सकता है।
Q6. एक पैर की सूजन किस कारण से हो सकती है?
Ans-अक्सर, एक पैर की सूजन डायबिटीज, दिल, किडनी इत्यादि बीमारियों का संकेत हो सकती है।
इसके अलावा, ऐसी सूजन डायबिटीज में अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने का परिणाम भी हो सकता है
Q7. क्या पैरों की सूजन डायबिटीज का संकेत होती है?
Ans- जी हां, पैरों की सूजन डायबिटीज का संकेत हो सकती है।
इसी कारण, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि उन्हें सूजन जैसी समस्या से न जूझना पड़े।
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